Paryagraj महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए संगम पहुंचे। हालांकि, इस दिन देर रात एक बड़ा हादसा हुआ, जब संगम नोज के पास भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस दुर्घटना में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए।

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Paryagraj कैसे हुई भगदड़? हादसे की टाइमलाइन
- मंगलवार शाम: संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। भारी संख्या में लोग अमृत स्नान का पुण्य लाभ लेने पहुंचे।
- रात 12 बजे: संगम नोज पर पैर रखने की भी जगह नहीं थी। प्रशासन की ओर से बार-बार अपील की गई कि लोग अपने-अपने नजदीकी घाटों पर स्नान करें।
- रात 2 बजे: अखाड़ा मार्ग पर भीड़ का दबाव इतना बढ़ गया कि बैरिकेड्स टूट गए। कई श्रद्धालु नियंत्रण खो बैठे और भगदड़ मच गई।
- रात 2:15 बजे: सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
- रात 3 बजे: एंबुलेंस के जरिए घायलों को अस्पताल भेजा गया।
- सुबह 5 बजे: पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित किया, लेकिन तब तक कई लोगों की जान जा चुकी थी।
Paryagraj भगदड़ के बाद प्रशासन का बड़ा फैसला
इस हादसे के बाद प्रशासन ने कई कड़े कदम उठाए हैं:
- महाकुंभ मेला क्षेत्र नो-व्हीकल जोन घोषित
- अब किसी भी प्रकार के वाहन को मेला क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
- VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं।
- प्रशासन की गाड़ियां और आपातकालीन सेवाओं के वाहन ही चल सकेंगे।
- प्रयागराज शहर में ट्रैफिक डायवर्जन
- बाहरी बड़े वाहनों का शहर में प्रवेश बंद कर दिया गया है।
- श्रद्धालुओं को शहर से 10-15 किमी दूर पार्किंग में गाड़ियां खड़ी करनी होंगी।
- संगम जाने के लिए उन्हें पैदल यात्रा करनी होगी।
- स्टेशन और एयरपोर्ट से यात्रा की व्यवस्था
- प्रयागराज जंक्शन, संगम प्रयाग, प्रयाग स्टेशन, दारागंज, रामबाग, नैनी, सूबेदारगंज, फाफामऊ और छिवकी से संगम तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को पैदल यात्रा करनी होगी।
- एयरपोर्ट से उतरने के बाद यात्रियों को 4-5 किमी पैदल चलना होगा।
Paryagraj प्रमुख स्नान पर्वों पर यात्रा गाइडलाइन
प्रशासन ने महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं:
- 2 और 3 फरवरी: बसंत पंचमी स्नान के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा।
- 4 फरवरी के बाद: सभी सामान्य श्रद्धालुओं के लिए वाहन प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
- VVIP घाट: अब किसी भी वाहन को एंट्री की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- कल्पवासियों को राशन सप्लाई: मेले में तैनात सुरक्षाकर्मी और स्वयंसेवक राशन और अन्य जरूरी सामान पैदल लेकर पहुंचाने में सहायता करेंगे।

Paryagraj यात्री सुविधा: पार्किंग और परिवहन व्यवस्था
- जौनपुर रूट: सहसों से गारापुर तक दो पार्किंग स्थल – चीनी मिल झूंसी और पूरेसूरदास गारापुर रोड पार्किंग।
- वाराणसी रूट: शिवपुर उस्तापुर पटेल बाग और कान्हा मोटर्स पार्किंग।
- लखनऊ, कानपुर, प्रतापगढ़ रूट: नवाबगंज, मलाक हरहर सिक्स लेन, बेली कछार और बेला कछार पार्किंग।
- मिर्जापुर रूट: देवरख उपरहार और सरस्वती हाईटेक पार्किंग।
- रीवा रोड: नैनी एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट और नव प्रयागम पार्किंग।
Paryagraj रेलवे यात्रियों के लिए स्पेशल ट्रेनें
- वाराणसी, गोरखपुर: झूंसी और रामबाग स्टेशन से ट्रेनें मिलेंगी।
- लखनऊ, अयोध्या: फाफामऊ और संगम स्टेशन से ट्रेनें उपलब्ध होंगी।
- मुंबई रूट: नैनी और छिवकी स्टेशन पर रुकेंगी।
Paryagraj सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
- मेले में तैनात 5000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
- श्रद्धालुओं के लिए 24/7 मेडिकल कैंप और एंबुलेंस सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
- CCTV कैमरों से निगरानी बढ़ा दी गई है।

Paryagraj अहम सवालों के जवाब
Q1: क्या मैं महाकुंभ में कार लेकर जा सकता हूं? A: नहीं, शहर के बाहर पार्किंग करनी होगी और संगम तक पैदल आना होगा।
Q2: क्या स्थानीय परिवहन उपलब्ध है? A: ऑटो और ई-रिक्शा कुछ दूरी तक उपलब्ध हैं, लेकिन अधिकतर यात्रियों को पैदल यात्रा करनी होगी।
Q3: संगम क्षेत्र में नाव सेवा चालू है? A: हां, लेकिन बसंत पंचमी के स्नान पर्व पर नाव सेवा रोकी जा सकती है।
Q4: दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए क्या सुविधा है? A: कोई विशेष सुविधा उपलब्ध नहीं है, उन्हें भी पैदल यात्रा करनी होगी।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई। इस घटना के बाद सुरक्षा और यातायात नियमों को और कड़ा कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को भी सलाह दी जाती है कि वे प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन करें और किसी भी अनहोनी से बचने के लिए सतर्क रहें।